#Prelims #GS3
प्रोजेक्ट-75 (फ्रांस के साथ सहयोग):
👉यह भारतीय नौसेना का एक कार्यक्रम है जिसमें स्कॉर्पीन श्रेणी की छह हमलावर पनडुब्बियों का निर्माण होना है।
👉स्कॉर्पीन एक पारंपरिक संचालित पनडुब्बी है जिसका वजन 1500 टन है और यह 300 मीटर की गहराई तक जा सकती है।
👉इन छह पनडुब्बियों का स्वदेशी निर्माण होना है।
👉इसमें आईएनएस कलवरी (2017), आईएनएस खंडेरी (2019), आईएनएस करंज (2021), आईएनएस वेला (2021), आईएनएस वागीर (2022), आईएनएस वागशीर (2023) हैं।
आईएनएस वागीर:
👉मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) (रक्षा का एक PSU) द्वारा निर्मित।
👉इसका नाम सैंड फिश के नाम पर रखा गया है, जो हिंद महासागर की एक घातक गहरे समुद्र की शिकारी है।
👉विशेषताएं:
🔺सुपीरियर स्टील्थ विशेषताएं जैसे कि उन्नत ध्वनिक अवशोषण तकनीक, कम विकिरणित शोर स्तर और हाइड्रो-डायनामिक रूप से अनुकूलित आकार।
🔺पानी के नीचे या सतह पर टॉरपीडो और ट्यूब लॉन्च एंटी-शिप मिसाइल दोनों के साथ लॉन्च हमले।
🔺विभिन्न प्रकार के मिशनों जैसे एंटी-सरफेस वारफेयर, एंटी-सबमरीन वारफेयर, इंटेलिजेंस इकट्ठा करना, माइन लेइंग, एरिया सर्विलांस आदि को अंजाम देना।
🔺सटीक निर्देशित हथियारों का उपयोग करके दुश्मन पर हमला करने की क्षमता।