भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का स्थापना दिवस
• सितम्बर, 1884 के थियोसोफिकल सोसायटी के अड्यार सम्मेलन में एक देशव्यापी संगठन की बात की गई थी। इसके तहत इण्डियन नेशनल यूनियन (INU) नामक संगठन अस्तित्व में आया।
• दादाभाई नौरोजी के कहने पर इसका नाम इण्डियन नेशनल कांग्रेस (INC) रखा गया।
• 'कांग्रेस' शब्द उत्तरी अमेरिका से लिया गया था।
• कांग्रेस की स्थापना 28, दिसम्बर, 1885 को सेवानिवृत्त अंग्रेज अधिकारी ए.ओ. ह्यूम ने की थी।
• विलियम वेंडरबर्न ने ए.ओ.ह्यूम की जीवनी लिखी। ह्यूम एक पक्षी विशेषज्ञ थे तथा उन्होंने 'जनता के मित्र' नामक पत्रिका का प्रकाशन प्रारम्भ करवाया।
• इसका पहला अधिवेशन पूना में होना था परन्तु वहाँ प्लेग फैल जाने के कारण बॉम्बे में हुआ।
• कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन 28 दिसंबर, 1885 को गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुआ था, जिसकी अध्यक्षता व्योमेश चन्द्र बनर्जी ने की थी।
• प्रथम अधिवेशन में 72 सदस्यों ने भाग लिया था।
• इसमें 9 प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें से एक भी प्रस्ताव किसानों व मजदूरों से संबंधित नहीं था।
• कांग्रेस की स्थापना के समय गवर्नर जनरल लॉर्ड डफरिन तथा भारत सचिव लॉर्ड क्रॉस थे।
• लाला लाजपत राय ने अपने समाचार पत्र यंग इण्डिया में कांग्रेस की स्थापना में सुरक्षा कपाट की परिकल्पना दी तथा कांग्रेस को डफरिन के दिमाग की उपज बताया।
• कांग्रेस के तीसरे अधिवेशन (मद्रास) में बदरुद्दीन तैय्यबजी प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष बने।
• कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1896) में पहली बार 'वन्देमातरम्' गाया गया।
• कांग्रेस के सूरत अधिवेशन (1907) में कांग्रेस का प्रथम विभाजन हुआ।
• कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1911) में पहली बार 'जन गण मन' गाया गया।
• कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन (1916) में नरम दल एवं गरम दल में तथा कांग्रेस एवं मुस्लिम लीग में समझौता हुआ।
• कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (1929) में पूर्ण स्वराज की मांग की गई।
• कांग्रेस का स्वतंत्रता के बाद प्रथम अधिवेशन जयपुर (राज.) में हुआ, जिसके अध्यक्ष डॉ. पट्टाभि सीतारमैया थे।